मन के हारे हार है मन के जीते जीत : जीवन में सफलता का मूल मन्त्र.
Solutions for Life (जीवन संजीवनी)
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….हर एक इंसान, जीवन में सफल होना चाहता है…. ….लेकिन, हर कोई व्यक्ति सफल नहीं हो पाता…. ….अक्सर हम अपने चारों ओर असफल लोगों की भीड़ को खड़ा पाते हैं…. ….साथ ही साथ, खुद को भी उसी जमात का एक हिस्सा पाते हैं…. ….ऐसा क्यूँ है? कि हम समग्र प्रयासों के बाद भी असफल साबित होते हैं…. ….आपको शायद यह जानकार हैरानी होगी….
….कि हम स्वयं ही अपनी असफलता के कारण हैं…. ….जो हमारे भीतर असफलता का सबसे बड़ा कारक है…. ….वह है हमारे मन में सफलता को लेकर संदिघ्द्ता…. ….हम स्वयं अपनी सफलता पर संदेह करते हैं…. ….परिणामस्वरूप कार्य सिध्द होने से पूर्व ही हार स्वीकार कर लेते हैं…. ….पाठकों यदि आप जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं…. ….चाहे वह लक्ष्य कितना ही बड़ा क्यों ना हो…. ….तो याद रखना लक्ष्य के लिए काम करने से पहले…. ….अपने मन में लक्ष्य प्राप्ति हेतु कोई भी संशय मत रखना…. ….क्यूंकि यदि संशय युक्त मन से काम करोगे तो…. ….वह लक्ष्य प्राप्ति हेतु समग्र प्रयास नहीं होगा…. ….परिणाम निराशाजनक ही होंगे…. ….लेकिन यदि निह्संशय मन से समग्र प्रयास किये जाएँ…. ….तो निश्चित ही आशातीत सफलता प्राप्त होगी…. ….कहा गया है….
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